मैं एक हूँ
मै
ही
हिंदू,
मै
ही
मुस्लिम,
मै
ही
सिख,
मै
ही
ईशाई,
मै
ही
बुद्ध,
मै
ही
पारसी,
मै
ही
जैन,
फिर
क्यों
झगड़ा?
फिर क्यों
नहीं
चैन ?
मै
एक
हूँ,
मै
नेक
हूँ,
आईये मिल - जुल कर रहें।
एक साथ प्रगति की धारा मे बहें।।
जयप्रकाश पंवार ''जेपी ''
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