बुधवार, 14 अगस्त 2013

देश को सलाम

''देश को सलाम''

करते रहो
भ्रस्टाचार,
बदलते रहो
सरकार,
करो अत्याचार,
फिर भी
करते रहो
देश भक्ति का
काम,
देश को सलाम।

ठेके लो,
कमीशन दो,
भरते रहो
बक्से,
लॉकर,
अर
दीवान,
जब भी
कोई सज्जन
मिले,
करते रहो
दुआ सलाम,
देश को सलाम। .

करो मत
काम,
फूंको गाड़ियाँ - रेल,
जलाओ घर,
बदलो न बदलो
टोपियाँ,
खाते रहो
सेवियाँ,
गले मिलते रहो
चाहे हो
सडकों पे ज़ाम,
चलता रहे देश,
चलता रहे काम
देश को सलाम।

मरते रहें
सैनिक,
घुसते रहें
दुश्मन,
फिर भी
कहते रहो
शान्त - शान्त,
जिनको है
दिक्कत,
मलते रहो बाम,
दर्द मिटता नहीं
फिर भी,
जलाते रहो मशाल,
लड़ते रहें,
भिड़ते रहें
जाना है लाम
दोस्तों !
करते रहो
देश को सलाम।।

जय हिन्द
जयप्रकाश पंवार ''जेपी ''

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