गुरुवार, 7 अक्तूबर 2010

बेटिया

बेटिया,
बिखरती जा
यहाँ वहा
जहा जहा
..............
फिर,
उगाना
नयी घास,
अर
फिर ,
बिखर जाना
फूलो की तरह ,
यहाँ वहा
जहा जहा

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